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सतीश कौल ,कोरोना से जिंदगी की जंग हारे ,दयनीय हालत में कर रहे थे गुजारा!

सतीश कौल

हिंदी व पंजाबी की तीन सौ से अधिक फिल्मों में अभिनय करने वाले अभिनेता सतीश कौल का शनिवार को निधन हो गया। वह कोरोना से संक्रमित थे। सतीश कौल पिछले काफी दिनों से दरेसी के एक अस्पताल में भर्ती थे। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सतीश कौल के निधन पर शोक जताया है। कहा कि सतीश कौल एक बहुमुखी अभिनेता थे। उन्होंने पंजाबी सिनेमा, कला और संस्कृति के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रहे थे

सतीश ने पौराणिक सीरीज महाभारत में भगवान इंद्र की भूमिका निभाई थी। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान अनुभवी अभिनेता ने एक गंभीर वित्तीय संकट से गुजरने की दुहाई दी थी।

दयनीय हालत में सतीश कौल के लिए बुनियादी जरूरतों को पूरा करना तक मुश्किल हो गया था। अभिनेता के वृद्धाश्रम में रहने की खबरें सामने आई थीं हालांकि बाद में उन्होंने बताया था कि वह लुधियाना में किराए के घर में रह रहे हैं। अभिनेता ने अपने करियर में मनोरंजन उद्योग से कुछ बड़े नामों के साथ 300 से अधिक पंजाबी और हिंदी फिल्मों में काम किया था।

मैं दर्शकों  का आभारी हूं

एक साक्षात्कार में दर्शकों के उन्हें भुलाने के बारे में बात करते हुए सतीश कौल ने कहा था, ‘यह ठीक है अगर मुझे लोग भूल गए हैं। मुझे बहुत प्यार मिला है और मैं आभारी हूं। इसके लिए मैं हमेशा दर्शकों का ऋणी रहूंगा।’

इंडस्ट्री के लोगों से मदद की गुहार लगाते हुए अभिनेता ने कहा था, ‘काश, मैं अपनी खुद की एक अच्छी जगह खरीदने में सक्षम हो सकूं, जहां मैं रह सकूं। अभिनय की आग अभी भी मुझमें जीवित है। यह खत्म नहीं हुआ है। काश कोई मुझे आज भी एक भूमिका मिले। कोई भी भूमिका, और मैं इसे करूंगा। मैं फिर से अभिनय करने के लिए तैयार हूं।’

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300 हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम किया

गौरतलब है कि साल 2015 में इनके कूल्हे की हड्डी फ्रैक्चर हो गई थी, जिसकी वजह से करीब ढाई साल वो बिस्तर पर ही रहे। ऐसे में उनकी आर्थिक हालत और बिगड़ गई थी। वहीं बात सतीश कौल के करियर की करें तो उन्होंने ‘प्यार तो होना ही था’, ‘आंटी नंबर 1’ सहित करीब 300 हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम किया था। बता दें कि सतीश कौल को ‘महाभारत’ में भगवान इंद्र के किरदार से पहचान मिली थी। इसके साथ ही वह ‘विक्रम और बेताल’ के लिए भी जाने जाते थे।

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शुचि गुप्ता

शुचि ऑनलाइन पत्रकारिता, प्रबंधन और सामाजिक मीडिया में एक मजबूत अनुभव के साथ एक समाचार मीडिया पेशेवर हैं| उनकी ताकत में ऑनलाइन मीडिया का ज्ञान, संभावित रुझान योग्य विषयों का पता लगाना, समाचार और वेब और मोबाइल के लिए कंटेंट की दक्षता का पता लगाना शामिल है।

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